
दी ग्लोबल टाईम्स न्यूज़/रुद्रप्रयाग : उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में हनुमान बैरियर क्षेत्र के पास सड़कों पर बड़े-बड़े पत्थर और मलबा आने के बाद यात्रियों की आवाजाही अस्थायी रूप से रोक दी गई है, जबकि जिला प्रशासन अवरोधों को हटाने के लिए काम कर रहा है, रुद्रप्रयाग पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। एक आधिकारिक बयान में स्पष्ट किया गया कि सड़क साफ होने के बाद ही यात्रियों को गौरीकुंड जाने की अनुमति दी जाएगी।
आधिकारिक बयान में कहा गया है, “प्रशासन जेसीबी मशीन की मदद से सड़क पर पहाड़ी से मलबा हटा रहा है। सड़क साफ होने के बाद ही यात्रियों को गौरीकुंड भेजा जाएगा।” शुक्रवार को जिले में लगातार बारिश के कारण कई सड़कें अवरुद्ध हो गईं, क्योंकि रास्ते में पत्थर और मलबा गिर गया। ये सड़कें केदारनाथ जाने वाले तीर्थयात्रियों के लिए मुख्य मार्ग हैं।
सुरक्षा कारणों से केदारनाथ धाम यात्रा के तीर्थ यात्रियों को सोनप्रयाग और गौरीकुंड में रोक दिया गया था। रुद्रप्रयाग पुलिस ने एक बयान में कहा कि मलबा साफ होने के बाद तीर्थ यात्रियों की आवाजाही फिर से शुरू हो गई है।
सड़क के खुलने व बंद होने को नियंत्रित किया जा रहा है तथा संबंधित कार्य एजेंसी, प्रशासनिक अधिकारियों व पुलिस द्वारा अतिरिक्त सावधानी के साथ यात्रियों की आवाजाही सुनिश्चित की जा रही है। सड़क साफ होने के बाद तीर्थयात्रियों को केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर आगे बढ़ने की अनुमति दी गई, जबकि गौरीकुंड से लौटने वालों को सोनप्रयाग की ओर लाया गया।
जिला पुलिस ने केदारनाथ धाम आने वाले तीर्थ यात्रियों से केदारनाथ धाम यात्रा के दौरान अतिरिक्त सावधानी बरतने और मौसम के पूर्वानुमान पर नजर रखने की अपील की है। इस बीच, गुरुवार को रुद्रप्रयाग में हुई बस दुर्घटना में लापता लोगों की तलाश के लिए अलकनंदा नदी पर दूसरे दिन भी खोज और बचाव अभियान जारी रहा। इस दुर्घटना में चार लोगों की मौत हो गई थी।
दुर्घटना स्थल से लगभग 40 किलोमीटर दूर पौड़ी गढ़वाल में श्रीनगर बांध के पास एक लापता यात्री का शव बरामद होने के बाद इस घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर चार हो गई।