दी ग्लोबल टाइम्स न्यूज़/ देहरादून : मतगणना से पूर्व आचार संहिता के बीच राजधानी देहरादून से एक बड़ा मामला सामने आया है यहां आचार संहिता में ठीक से काम ना करने पर एक अधिकारी को निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार सस्पेंड कर दिया गया है।
राजधानी देहरादून के अपर जिलाधिकारी (एडीएम) वित्त एवं राजस्व रामजीशरण शर्मा को चुनाव आयोग ने निलंबित कर दिया है।
अपर जिलाधिकारी रामजीशरण शर्मा को पिछले साल वित्त एवं राजस्व का चार्ज दिया गया था। आम चुनाव के दौरान उन पर कई जिम्मेदारियां थीं। सूत्रों ने बताया कि चुनाव प्रक्रिया के दौरान उन पर लापरवाही के आरोप लगे थे। इन सब आरोपों पर चुनाव आयोग ने जिलाधिकारी से रिपोर्ट मांगी थी। जिलाधिकारी ने शुक्रवार को अपनी रिपोर्ट चुनाव आयोग को सौंपी, जिस पर शर्मा को जिले से ट्रांसफर कर दिया गया था। दरअसल, रामजीशरण शर्मा पर काम में हीला हवाली करने की शिकायतें निर्वाचन आयोग को मिली थी। इन्ही शिकायत के आधार पर उन्हें चुनावी आचार संहिता के दौरान निर्वाचन आयोग ने जिलाधिकारी को मामले में जांच के आदेश दिए थे। निर्वाचन आयोग के निर्देशों के एक दिन बाद ही जिलाधिकारी देहरादून सोनिका ने ट्रान्सफर किया था पर अब उन्हें निर्वाचन आयोग के निर्देश अनुसार फौरन उनके पद से कार्य मुक्त करने के आदेश जारी कर दिये गए है।
क्या है वजह जिस कारण हुए सस्पेन्ड –
एडीएम शर्मा का शुक्रवार को जिले से ट्रांसफर किया गया था और शनिवार को उनके निलंबन के आदेश जारी हो गए। बताया जा रहा है कि उन पर चुनाव प्रक्रिया में लापरवाही बरतने का आरोप है। इस पर चुनाव आयोग ने जिलाधिकारी से रिपोर्ट मांगी थी। जिलाधिकारी की रिपोर्ट पर ही आयोग ने यह कार्रवाई की है।
जानकारी के अनुसार जिलाधिकारी देहरादून सोनिका ने निर्वाचन आयोग को अपर जिलाधिकारी रामजी शरण शर्मा द्वारा निर्वाचन ड्यूटी में ठीक से काम नहीं करने की शिकायत मिली थी। इसी शिकायत के आधार पर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने भारत निर्वाचन आयोग को इस शिकायत को फॉरवर्ड किया था। इसके बाद भारत निर्वाचन आयोग ने रामजी शरण शर्मा को उनके पद से हटाने के निर्देश दिए। खबर यह भी है कि निर्वाचन आयोग ने न केवल अपर जिलाधिकारी रामजी शरण शर्मा को उनके पद से हटाने के निर्देश जारी किए हैं बल्कि उन पर विभागीय कार्रवाई करने की बात भी कही गई है।
वहीं अपर जिलाधिकारी रामजी शरण शर्मा को इस तरह चुनाव प्रक्रिया व मतगणना से ठीक पहले हटाए जाने की चर्चा ब्यूरोक्रेसी में भी खूब चल रही हैं। हर कोई इस तरह अचानक इस अधिकारी को हटाए जाने से हैरान है। हालांकि, जिस तरह निर्वाचन आयोग द्वारा अधिकारी की शिकायत के बाद कार्रवाई की बात सामने आई है उससे चुनाव ड्यूटी में हीला हवाली नहीं करने का एक सीधा संदेश भी अधिकारियों को गया है।
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