
दी ग्लोबल टाईम्स न्यूज़ /देहरादून (उत्तराखंड): अधिकारियों ने रविवार को कहा कि भारी बारिश की चेतावनी के बाद चार धाम यात्रा अगले 24 घंटों के लिए स्थगित कर दी गई है। गढ़वाल मंडल के आयुक्त विनय शंकर पांडे ने कहा कि एहतियात के तौर पर तीर्थयात्रा को अस्थायी रूप से रोक दिया गया है। पांडे ने कहा की , “हमने पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को हरिद्वार, ऋषिकेश, श्रीनगर, रुद्रप्रयाग, सोनप्रयाग और विकासनगर में तीर्थयात्रियों को रोकने के निर्देश दिए हैं।”
यह निलंबन उत्तरकाशी जिले में बड़कोट-यमुनोत्री मार्ग पर सिलाई बैंड में बादल फटने की घटना के बाद किया गया, जिसमें एक निर्माणाधीन होटल स्थल पर नौ श्रमिक लापता हो गए।
इस बीच, उत्तरकाशी के जिला मजिस्ट्रेट प्रशांत आर्य ने पुष्टि की कि बड़कोट-यमुनोत्री मार्ग के किनारे बालीगढ़ में बादल फटने से होटल निर्माण स्थल को भारी नुकसान पहुंचा है। आर्य ने कहा, “इस निर्माणाधीन होटल स्थल पर रह रहे आठ-नौ मजदूर आपस में मिल गए हैं।” उन्होंने कहा कि यमुनोत्री मार्ग भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल [एनडीआरएफ], राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) और पुलिस की बचाव टीमों को तुरंत घटनास्थल पर भेजा गया तथा खोज एवं बचाव कार्य शुरू कर दिया गया। उत्तराखंड के आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने भी घटना की पुष्टि की और कहा कि सरकार स्थिति पर बारीकी से नज़र रख रही है। सुमन ने कहा कि तीर्थयात्रियों और क्षेत्र के निवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
शनिवार को लगातार बारिश के कारण पूरे उत्तराखंड में गंभीर व्यवधान उत्पन्न हो गया, जिसमें नंदप्रयाग और भनेरपानी के पास राष्ट्रीय राजमार्ग का अवरुद्ध होना भी शामिल है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में, चमोली पुलिस उत्तराखंड ने कहा, “बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग नंदप्रयाग और भनेरपानी के पास अवरुद्ध है। सड़क खोलने के लिए काम चल रहा है।” नंदप्रयाग के निकट राष्ट्रीय राजमार्ग केदारनाथ जाने वाले तीर्थयात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण मार्ग है, इसलिए सड़क को साफ करना प्राथमिकता है।
इस बीच, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनता से शनिवार को सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है, क्योंकि अगले 24 घंटों में राज्य के पहाड़ी और कुछ मैदानी इलाकों में भारी बारिश का अनुमान है।