
दी ग्लोबल टाइम्स न्यूज/ लखनऊ (उत्तर प्रदेश) : उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बिजनेसमैन रॉबर्ट वाड्रा को कांग्रेस का ‘सरकारी दामाद’ कहा और कहा कि रॉबर्ट वाड्रा ने कांग्रेस के कार्यकाल के दौरान सरकारी संपत्ति लूटी।
पाठक ने एएनआई से कहा, “मैं कह सकता हूं कि रॉबर्ट वाड्रा ने कांग्रेस के कार्यकाल के दौरान सरकारी संपत्ति लूटी। कानून सबके लिए बराबर है। जनता को कांग्रेस के इस ‘सरकारी दामाद’ द्वारा की गई लूट को देखना चाहिए।”
इससे पहले आज, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता गौरव भाटिया ने गुरुग्राम भूमि मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा वाड्रा से पूछताछ के संबंध में व्यवसायी रॉबर्ट वाड्रा और गांधी परिवार पर हमला किया, और उन्हें “वंशानुगत भ्रष्ट और वंशानुगत चोर परिवार” करार दिया।
मीडिया को संबोधित करते हुए भाटिया ने आरोप लगाया कि वाड्रा, जिन्हें उन्होंने “भू-माफिया” कहा, किसानों की ज़मीन हड़पने में शामिल रहे हैं। उन्होंने विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर नेशनल हेराल्ड घोटाले से जुड़े होने, कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी पर वीवीआईपी हेलिकॉप्टर घोटाले से जुड़े होने और दिवंगत प्रधानमंत्री राजीव गांधी पर बोफोर्स घोटाले से जुड़े होने का आरोप लगाया।
भाटिया ने सवाल करते हुए कहा, “क्या इस परिवार ने कसम खा ली है कि वे जहां भी जाएंगे, भारत और किसानों की जमीन लूटेंगे?” उन्होंने कहा, “वे इतने बेशर्म हैं कि वे नहीं चाहते कि कोई उनसे कोई सवाल पूछे।”
भाटिया ने कांग्रेस पर भी निशाना साधते हुए कहा, “अपनी और कांग्रेस की नजर में रॉबर्ट वाड्रा एक जननेता हैं। लेकिन जनता की नजर में वह एक भू-माफिया हैं, एक भ्रष्ट व्यक्ति हैं और यही हकीकत है।”
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समन के जवाब में वाड्रा लगातार तीसरे दिन ईडी के सामने पेश हुए। वाड्रा ने इस कार्रवाई को “राजनीतिक प्रतिशोध” करार देते हुए सरकार पर विपक्षी आवाजों को निशाना बनाने के लिए जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया।
एएनआई से बात करते हुए वाड्रा ने ईडी की निष्पक्षता पर सवाल उठाया और गैर-भाजपा दलों के नेताओं के खिलाफ चुनिंदा कार्रवाई का आरोप लगाया। साथ ही उन्होंने “अन्याय” के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखने की कसम खाई।
वाड्रा ने कहा, “यह राजनीतिक प्रतिशोध है। एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है। यह गलत है। जब एजेंसियां देश में सीएम पद के किसी उम्मीदवार के पीछे पड़ जाती हैं या जब कोई पार्टी अच्छा प्रदर्शन कर रही होती है, तो एजेंसियों पर भरोसा कैसे होगा? भाजपा के किस मंत्री या सदस्य को ईडी ने तलब किया है? उनमें से किसी को भी तलब क्यों नहीं किया गया? क्या भाजपा में सभी अच्छे हैं? क्या उनके खिलाफ कोई आरोप नहीं है? कई आरोप हैं।”
वाड्रा ने यह भी दावा किया कि उनके खिलाफ ईडी की कार्रवाई तब शुरू हुई जब उन्होंने अल्पसंख्यकों के खिलाफ अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठानी शुरू की।