उन्होंने कहा कि विद्युत की निर्बाध आपूर्ति आवश्यक है। आमजन को इससे परेशानी नहीं होनी चाहिए। आपूर्ति सुचारु रखने के लिए आवश्यक उपाय तत्काल करने के निर्देश भी उन्होंने दिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विद्युत बाधित होने से पेयजल आपूर्ति भी बाधित होती है। उन्होंने पेयजल सचिव आपूर्ति सुचारु बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक उपाय करने को कहा। पेयजल आपूर्ति में समस्या उत्पन्न होने पर वैकल्पिक उपायों से पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए हैं।

प्रदेश में चारधाम यात्रा चल रही है। गर्मी बढ़ने से बिजली और पेयजल की मांग बढ़ गई है। मुख्यमंत्री लगातार समीक्षा बैठकें कर रहे हैं। साथ में उन्होंने यमुनोत्री यात्रा मार्ग की व्यवस्था का स्थलीय निरीक्षण भी किया था।

उधर, मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद ऊर्जा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने ऊर्जा निगम के आला अधिकारियों को विद्युत व्यवस्था दुरुस्त रखने के लिए स्थलीय निरीक्षण के निर्देश दिए हैं। ऊर्जा निगम के प्रबंध निदेशक अनिल कुमार चारधाम व यात्रा मार्गों पर विद्युत व्यवस्था का जायजा लेने को भ्रमण कर रहे हैं। निगम के निदेशक परिचालन को भी क्षेत्र भ्रमण कर विद्युत आपूर्ति सुचारु रखने के लिए नियमित मानीटरिंग करने की हिदायत दी गई है।