
दी ग्लोबल टाईम्स न्यूज़ /रुद्रप्रयाग : उत्तराखंड राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) ने मंगलवार को केदारनाथ से लौटते समय छोटी लिनचोली ग्लेशियर बिंदु के पास फंसे दो पर्यटकों को बचाया।
यह घटना तब घटी जब केदारनाथ धाम की यात्रा से लौट रहे तीर्थयात्रियों ने शॉर्टकट लेने का प्रयास किया और रास्ता भटक गए। पोस्ट लिनचोली से उपनिरीक्षक जितेन्द्र सिंह के नेतृत्व में एसडीआरएफ टीम को आपदा नियंत्रण कक्ष, रुद्रप्रयाग से सूचना मिली और वे तुरंत मौके पर पहुंच गए। वहां पहुंचने पर टीम ने खोज अभियान शुरू किया और शीघ्र ही नदी के किनारे एक चट्टानी पहाड़ी पर फंसे हुए व्यक्तियों को ढूंढ निकाला।
घटनास्थल पर मौजूद लोगों के अनुसार, पांच तीर्थयात्रियों का एक समूह नदी के किनारे एक अज्ञात रास्ते से जल्दी से नीचे उतरने की कोशिश में मुख्य मार्ग से भटक गया था। उनमें से तीन सुरक्षित वापस लौटने में कामयाब रहे, जबकि दिल्ली के रहने वाले धर्मवीर (28) और शैली सिंह (27) नामक दो लोग एक चट्टानी पहाड़ी पर फंस गए क्योंकि आगे कोई रास्ता नहीं था।
लगातार बारिश के कारण स्थिति और भी जटिल हो गई, जिससे दोनों युवक भीग गए और ठंड से पीड़ित हो गए। ठंड में लंबे समय तक रहने के कारण उनकी हालत तेजी से बिगड़ रही थी। एसडीआरएफ टीम ने सूझबूझ और तत्परता से दोनों लोगों को सुरक्षित बचाकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया, जहां तीर्थयात्रियों को आवश्यक सहायता और चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई गई।
केदारनाथ धाम यात्रा देश की सबसे कठिन धार्मिक यात्राओं में से एक है। तीर्थयात्रियों को करीब 20 किलोमीटर का कठिन पैदल मार्ग पार करने के बाद हिमालय पर्वत की गोद में स्थित 11वें ज्योतिलिंग के दर्शन होते हैं। पैदल इस कठिन धार्मिक यात्रा में घोड़े और खच्चर बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
असमर्थ और बुजुर्ग श्रद्धालु प्रायः इनके माध्यम से यात्रा करते हैं, जबकि खाद्य सामग्री और अन्य आवश्यक वस्तुएं इन घोड़ों और खच्चरों के माध्यम से यात्रा मार्ग और केदारपुरी तक पहुंचाई जाती हैं।
वर्ष 2025 के लिए बाबा केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई को तीर्थयात्रियों व श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए थे। बाबा के कपाट खुले एक माह बीत चुका है। रविवार 1 जून को बाबा केदारनाथ धाम के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 7 लाख को पार कर गई है।
पिछले एक महीने का औसत निकाला जाए तो प्रतिदिन 24 हजार श्रद्धालु बाबा के दर्शन के लिए केदारपुरी पहुंचे हैं। अब तक सात लाख से अधिक तीर्थयात्री व श्रद्धालु श्री केदारनाथ धाम पहुंच चुके हैं।