
दी ग्लोबल टाइम्स न्यूज/ देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से आए लोगों की समस्याएं सुनीं और संबंधित अधिकारियों को उनका जल्द से जल्द समाधान करने के निर्देश दिए। सीएम धामी ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, ”मुख्य सेवक सदन में आयोजित जनता मिलन कार्यक्रम में राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से आए लोगों की समस्याएं सुनकर अधिकारियों को नियमानुसार कार्रवाई के निर्देश दिए।
राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से आए लोगों ने मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी व्यक्तिगत, सामाजिक एवं क्षेत्रीय समस्याएं रखीं। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सभी मामलों पर जल्द से जल्द कार्रवाई करने के निर्देश दिए। लोगों ने मुख्यमंत्री के समक्ष बिजली, पानी, सड़क, अतिक्रमण, भूमि संबंधी मामले, आर्थिक सहायता सहित अन्य समस्याएं रखीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार जनसेवा को प्राथमिकता के साथ लेकर काम कर रही है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्राप्त प्रकरणों का समयबद्ध एवं प्रभावी निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। इससे पहले सीएम धामी ने जन जागरूकता के लिए उत्तराखंड अग्निशमन सेवा में शामिल 20 नए फायर टेंडर और अग्निशमन वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने पुलिस लाइन देहरादून में अग्निशमन सेवा सप्ताह पर आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।
मुख्यमंत्री ने तृतीय अखिल भारतीय अग्निशमन सेवा खेलों में पदक जीतने वाले 7 अग्निशमन कर्मियों तथा भारत सरकार के गृह मंत्रालय के डीजीएफएस डिस्क पदक जीतने वाले 2 अग्निशमन कर्मियों को भी सम्मानित किया। उन्होंने अग्निशमन कर्मियों द्वारा किए गए करतबों का अवलोकन भी किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि शीघ्र ही भीमताल, द्वाराहाट, गौचर, पुरोला एवं सहस्त्रधारा में नये अग्निशमन केन्द्र खोले जायेंगे, उत्तराखण्ड में अग्निशमन सेवा के लिए विश्व स्तरीय प्रशिक्षण केन्द्र की स्थापना की जायेगी तथा प्रयागराज में आयोजित महाकुम्भ में अपनी ड्यूटी देने वाले उत्तराखण्ड अग्निशमन सेवा के सभी कार्मिकों को 10 हजार रूपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जायेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवा के जवानों ने उत्तराखंड गठन के बाद से अब तक 53 हजार करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति को आग से बचाया है। उन्होंने 27 हजार से अधिक लोगों और करीब 1 हजार पशुओं की जान भी बचाई है। अब उत्तराखंड अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवा में महिलाएं भी अग्निशमन कर्मी के रूप में अपना योगदान दे रही हैं।