
दी ग्लोबल टाईम्स न्यूज़ /देहरादून : शनिवार को भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) के चैटवुड बिल्डिंग के सामने ड्रिल स्क्वायर पर पासिंग आउट परेड आयोजित की जा रही है। भारतीय सैन्य अकादमी की शनिवार की पासिंग आउट परेड में श्रीलंका के सेना प्रमुख जनरल लासांथा रोड्रिगो परेड की सलामी लेंगे। श्रीलंका के सेना प्रमुख 1990 में आईएमए से पास आउट हुए थे। शनिवार की पासिंग आउट परेड में भारत और विदेश से भाग लेने वाले 451 कैडेट अधिकारी के रूप में अपने-अपने देशों की सेना का हिस्सा बनेंगे।
इनमें भारतीय सेना के 419 कैडेट और 32 विदेशी कैडेट शामिल हैं। भारतीय सैन्य अकादमी की स्थापना 1 अक्टूबर 1932 को हुई थी। इस प्रतिष्ठित संस्थान से अब तक 65 हजार से अधिक कैडेट्स पास आउट हो चुके हैं। इनमें 34 मित्र देशों के कैडेट्स भी शामिल हैं। इस बीच, 5 जून को आर्मी एयर डिफेंस सेंटर, गोपालपुर में एक गौरवपूर्ण और महत्वपूर्ण अवसर देखा गया, जब अग्निवीरों के पांचवें बैच की पासिंग आउट परेड (पीओपी) आयोजित की गई।
परेड का निरीक्षण आर्मी एयर डिफेंस सेंटर के कमांडेंट ब्रिगेडियर हेमंत सिंह ने किया, जिन्होंने 401 अग्निवीरों को उनके कठोर प्रशिक्षण को सफलतापूर्वक पूरा करने और भारतीय सेना में शामिल होने की दिशा में उनके ‘अंतिम पग’ (अंतिम कदम) पर बधाई दी।
इस कार्यक्रम में प्रभावशाली ड्रिल प्रदर्शन किया गया, जो केंद्र में दिए जाने वाले अनुशासन और प्रशिक्षण के उच्च मानकों का प्रमाण था। ब्रिगेडियर हेमंत सिंह ने अपने संबोधन में इस बात पर प्रकाश डाला कि ड्रिल सैन्य अनुशासन का आधार है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि बेहतरीन ड्रिल न केवल सैनिकों के शारीरिक और मानसिक समन्वय को दर्शाती है, बल्कि अग्निवीरों के बीच अटूट अनुशासन और एकता को भी दर्शाती है।
उन्होंने कहा, “सैनिक का अनुशासन ड्रिल स्क्वायर पर गढ़ा जाता है। आज प्रदर्शित सटीकता और समन्वय आपकी प्रतिबद्धता और आर्मी एयर डिफेंस सेंटर द्वारा निर्धारित उच्च मानकों का प्रतिबिंब है।”