
दी ग्लोबल टाईम्स न्यूज़ /चमोली : चतुर्थ केदार के रूप में प्रसिद्ध पवित्र रुद्रनाथ मंदिर के कपाट शीतकाल के दौरान बंद रहने के बाद रविवार सुबह श्रद्धालुओं के लिए फिर से खोल दिए गए। चमोली जिले में 10,000 फीट से अधिक की ऊंचाई पर स्थित पंचकेदार मंदिर समूह का शिव मंदिर हर साल देश-विदेश से लाखों तीर्थयात्रियों को आकर्षित करता है। मुख्यमंत्री धामी ने इस आयोजन के धार्मिक महत्व की प्रशंसा की तथा तीर्थयात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए राज्य के निरंतर प्रयासों पर जोर दिया। गढ़वाल हिमालय में स्थित रुद्रनाथ मंदिर पंच केदार मंदिरों में बहुत महत्व रखता है। भारी बर्फबारी और खराब मौसम के कारण कठोर सर्दियों के महीनों के दौरान यह मंदिर बंद रहा था।
“आज हिमालय की शांत घाटियों में रुद्र का नाम एक बार फिर गूंज उठा!”
मुख्यमंत्री ने सरकार की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डालते हुए कहा, ‘‘हमारी सरकार देश-विदेश से देवभूमि उत्तराखंड आने वाले श्रद्धालुओं की यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। तीर्थयात्रियों के लिए चिकित्सा सहायता, आवास और क्षेत्र में बेहतर सड़क संपर्क सहित सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं। इस बीच, उत्तराखंड सरकार ने शनिवार को कहा कि चार धाम यात्रा के लिए हेलीकॉप्टर सेवाएं फिर से शुरू हो गई हैं और सुचारू रूप से चल रही हैं।
राज्य सूचना महानिदेशक बंसीधर तिवारी ने बताया कि बद्रीनाथ और केदारनाथ सहित चारों धामों के लिए सेवाएं देहरादून के सहस्त्रधारा हेलीपैड सहित सभी हेलीपैडों से चालू हैं। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री धामी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि उत्तराखंड में चार धाम यात्रा सुचारू रूप से चल रही है और अब तक 4 लाख से अधिक श्रद्धालु पवित्र मंदिरों के दर्शन कर चुके हैं।
‘‘हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु चार धाम यात्रा के लिए देवभूमि उत्तराखंड आते हैं।’’
मुख्यमंत्री ने लिखा, “प्रिय श्रद्धालुओं, राज्य में चारधाम यात्रा सुचारू रूप से चल रही है। अब तक 4 लाख से अधिक श्रद्धालु धामों के दर्शन कर चुके हैं। श्री केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवाएं भी पूरी तरह चालू हैं। आपसे अनुरोध है कि किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान न दें।” उन्होंने कहा, “राज्य सरकार आपकी यात्रा को सुरक्षित और सुगम बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। किसी भी जानकारी और सहायता के लिए आप हेल्पलाइन नंबर 1364 और 0135-1364 पर कॉल कर सकते हैं। चार धाम यात्रा 2025।”
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु चार धाम यात्रा के लिए देवभूमि उत्तराखंड आते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारी सरकार यात्रा को सुगम, सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनाने के लिए लगातार काम कर रही है।’’
चार धाम यात्रा 2025 आधिकारिक तौर पर 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया के दिन वैदिक मंत्रोच्चार और अनुष्ठानों के बीच गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ शुरू हुई। केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई को और बद्रीनाथ के कपाट 4 मई को खोले गए।